सनावद Andolana: बासवा पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम खनगाँव-खेड़ी के बाशिंदे अपनी दो प्रमुख मांगो को लेकर आंदोलन की राह अपनाई हैं और सोमवार से अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के 75 वर्ष बीतने के बावजूद ग्राम खनगांव पहुँच मार्ग से वंचित है। वही खनगांव एवं खेड़ी के बीच बहने वाली बाकुड़ नदी पर पुलिया नही होने के कारण ग्रामीण खासकर मजदूर एवं किसान नरकीय जीवन जी रहे है।
प्रतिदिन सुबह होते ही खेतों में जाने के लिए ट्यूब को तलाश करना पड़ता है। वही मजदूर भी मजदूरी से पहले ट्यूब की व्यवस्था करते है। इन दोनों प्रमुख मांगो के लिए ग्रामीणों को अब धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
झूठे आश्वासन से ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीण श्याम सिंह पवार अनुसार पुल की मांग को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों के सामने गुहार की गई। हर बार झूठे आश्वासन मिले हैं। लोकसभा उपचुनाव के दौरान भी ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। लेकिन उसके बाद भी जनप्रतिनिधियों ने पुल की मांग को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं की। इस कारण ग्रामीणों को अपनी बात मनवाने के लिए आंदोलन के जरिए शासन को विडंबना बताना पड़ेगी।
बेसुध शासन को जगाने के लिए अपनाया रास्ता
ग्रामीण बच्चुसिंह पंवार, माधव पटेल, श्यामसिंह पंवार, करणसिंह पंवार, हरेसिंह पटेल, सुखराम,लक्ष्मीबाई, गजराबाई, शारदाबाई अनुसार 500 मीटर का पहुँच मार्ग व बाकुड़ नदी पर पुलिया नही होने के कारण हम लोग रोज जान जोखिम में डालकर नदी पार करते है।
वही गर्भवती महिलाओं को भी ट्यूब पर खटिया डालकर कर ही अस्पताल तक ले जाते है। लेकिन बेसुध शासन की इस और कोई नजर नही जाती है। इस लिए शासन को जगाने के लिए हम लोगो को यह रास्ता अपनाना पडा।
अब यह Andolana आर-पार की लड़ाई
ग्रामीणों ने बताया कि अब आर-पार की लड़ाई मानकर आंदोलन शुरू कर दिया है। पुल और सडक़ की मांग को लेकर संगठित हो गए हैं। जब तक मांग नहीं मानी जाएगी आंदोलन क्रमबद्ध तरीखे से चलता रहेगा। इसमें आगे भूख हड़ताल भी अनशन के दौरान की जाएगी।