बड़वानी। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सोमवार को भारतीय किसान संघ के | पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर समस्याओं का निराकरण प्र करने की मांग की गई। ज्ञापन में मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हित में की गई घोषणाओं का उल्लेख करते हुए इन्हें पूरा करने की मांग की गई है।
भाकिसं द्वारा संघ के जिलाध्यक्ष मंशाराम पंचोले के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया गया कि भारतीय किसान संघ द्वारा भोपाल में किए गए आंदोलन के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा प्रमुख रूप से तीन घोषणाएं की गई थी, जो आज तक पूरी नहीं हो सकी है। इनमें पूर्व सरकार द्वारा की गई।
कर्ज माफी के झांसे में फंसकर कई किसान डिफाल्टर हो गए हैं, उनका ब्याज माफ करने की बात कही गई थी। आज तक ब्याज माफ नहीं हो सका है। बैंक वसूली का दबाव बना रहे हैं, जिससे किसानों में आक्रोश है। वहीं मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि छोटे किसान, जिनके पास पांच एकड़ से कम भूमि है, उनका बीमा प्रीमियम सरकार भरेगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री स्थायी कृषि पंप योजना भी शीघ्र प्रारंभ करेंगे, लेकिन ये सभी घोषणाएं अधूरी है। किसानों ने ज्ञापन में पांच बिंदूओं का उल्लेख कर इनके शीघ्र निराकरण की मांग की है। ज्ञापन के समय बड़ी संख्या में संघ के पदाधिकारी तथा किसान मौजूद थे।
नागलवाड़ी लिफ्ट एरिकेशन कार्य का आरोप
भारतीय किसान संघ ने जिले में चल रहे नागलवाड़ी लिफ्ट एरिकेशन के कार्य में भी घटिया काम होने का आरोप लगाया है। ज्ञापन में बताया गया कि नागलवाड़ी लिफ्ट एरिकेशन का घटिया काम होने के साथ ही काम धीरे चल रहा है। वहीं निर्माण कार्य की दिवार बार- बार गिर रही है,जिससे किसानों को पानी मिलने में देरी हो रही है।
भाकिसं ने मांग की है कि इस कार्य की जांच कर दोषी कर्मचारियों एवं निर्माण एजेंसी पर कठोर कार्यवाही की जाए। साथ ही परियोजना को जल्द पूर्ण कर किसानों को सिंचाई के लिए पानी जल्द से जल्द दिया जाए। ज्ञापन में जिले के सेंधवा, पानसेमल, निवाली, खेतिया तथा पाटी क्षेत्र में नर्मदा नदी से लिफ्ट एरिकेशन द्वारा पानी पहुंचाने की भी मांग की गई है। मांगों पर अमल नहीं होने पर किसान संघ ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
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