प्रदीप सेठिया। बड़वाह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आज प्रकाशित आलेख में एकात्म धाम ओमकारेश्वर को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विरासत बताते हुए आचार्य शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का यहां निर्माण करना शासन के विशाल स्वप्न का हिस्सा बताया है।
उनके 3 दिवसीय ओमकारेश्वर प्रवास से निमाड़ क्षेत्र की तेजी से विकास होने की संभावनाए प्रबल हो रही है। विगत दिनों बड़वाह विधायक सचिन बिरला ने भी मध्य प्रदेश शासन की मंशा स्पष्ट करते हुए बताया था, कि ओमकारेश्वर, बड़वाह एवं मंडलेश्वर दोनों सब-डिवीजनो को मिलाकर एक नवीन जिला सृजन करने पर राज्य शासन गंभीरता से विचार कर रहा है।
बता दें कि इस आशय के विधिवत प्रस्ताव पहले से ही कलेक्टर एवं कमिश्नर द्वारा अनुशंसा कर भोपाल राजस्व मंत्रालय को भेजे गए थे। यदि अति शीघ्र अधिसूचना जारी हो जाती है तो पंद्रह अगस्त पर नए जिला मुख्यालय पर झंडा ठहराया जा सकता है।
इस हेतु बड़वाह में एनकॉप्स भवन व पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध है। शासन की इच्छा-शक्ति को देखते हुए ज्योतिर्लिंग निमाड़ संभाग अथवा ओमकारेश्वर संभाग बनने की तथा बड़वाह-सनावद एवं ओमकारेश्वर को मिलाकर एक नगर निगम बनाने की मांग पूरी होने की संभावनाओं को भी पंख लग गए हैं।
आगामी माह अगस्त तक नरेंद्र मोदी का भी ओमकारेश्वर दौरा संभावित होने की चर्चा है। भाजपा सरकार की नीति ओमकारेश्वर को फोकस करने एवं उज्जैन से ओंकारेश्वर तक कॉरिडोर बनाने की प्रतीत होती है। राजनीतिक इच्छाशक्ति से निमाड़ क्षेत्र की विकास योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन करना व मूर्त रूप देकर जमीन पर उतारना संभव है।
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