Vidur Niti: भारत में चाणक्य को सबसे बड़ा राजनीतिज्ञ मानते हैं। इनकी नीतियां काफी लोकप्रिय हैं। ऐसे ही हमारे देश में महात्मा विदुर को महान राजनीतिज्ञ माना जाता है। इन्होंने देश को समाज, परिवार और धन से जुड़ी कई बातें बताई हैं, जिन्हें सैकड़ों साल से माना जा रहा है।
वैसे महात्मा विदुर को सभी जानते हैं। महाभारत काल में हस्तिनापुर के महामंत्री थे। इनकी बुद्धिमानी और दूरदर्शिता के लिए काफी माना जाता है। इन्होंने कई नीतियां बताई हैं। ऐसे ही एक विदुर नीति में बताया गया है कि 3 तरह के लोगों को भूलकर भी पैसा उधार नहीं देना चाहिए। दरअसल ऐसे लोग पैसा लेने के बाद उधार नहीं देते हैं और आपका पैसा डूब जाएगा।
Vidur Niti के अनुसार इन 3 तरह के लोगों को भूलकर भी नहीं देना पैसा उधार
गैर-भरोसेमंद लोगों से दूर रहें
विदुर नीति में कहा गया है कि ऐसे लोगों को पैसा उधार नहीं देना चाहिए, जो भरोसेमंद न हों। ऐसे लोगों से पैसा मिलने का मौका न के बराबर होता है। ऐसे लोगों अपने दोस्तों और रिश्तेदारों सभी से पैसा उधार लेते रहते हैं और जब देने का टाइम आता है तो बहाने बनाने लगते हैं।
गलत काम करने वालों से बचें
महात्मा विदुर की निति के अनुसार, ऐसे लोगों को पैसा न दें जो पैसों का गलत इस्तेमाल करते हैं। इस तरह के लोगों को उधार पैसा देने से बचें। इस तरह के लोग उधार लिया हुआ पैसा गलत कामों में उपयोग करते हैं। इनसे पैसा वापस मांगने पर आपकी जान को भी खतरा हो सकता है। इसके साथ ही अगर आप पैसा वापस नहीं मांगते हैं तो उनके गलत कामों में अनजाने में भागीदार बन सकते हैं।
आलसी व्यक्ति को न दें उधार
विदुर निति के हिसाब से ऐसा व्यक्ति को पैसा उधार न दें जो आलसी हो। यानी जो व्यक्ति किसी तरह का काम न करता हो। ऐसे लोग खुद तो कोई काम करते नहीं है और हमेशा दूसरों पर निर्भर रहते हैं। ऐसे लोग एक बार उधार पैसा लेने के बाद कभी पैसा वापस नहीं देते हैं।